दुनिया के हर वो इंसान जो किसी न किसी काम में लगे हुए हैं, अपने कौशल, हुनर से कहीं नाम तो कही पैसा कमा रहे हैं और अपने जीवन यापन कर रहे हैं|
बस एक जनता ही है जिसे मालूम नही कि क्या करना है और किधर जाना है,
कभी एक पोलिटिकल पार्टी के पीछे तो कभी किसी नेता के पीछे अपना वक़्त बर्बाद कर रही है, क्योंकि उनके पास करने को कुछ है ही नहीं, और जिसे (यानी जनता के प्रतिनिधि नेता) इस बारे में सोचना है वो इन्ही लोगो को अपने आगे पीछे घुमा रहे हैं,
जनता को मालूम ही नहीं है कि इन सब का जवाबदेह कौन है,
किस्से पूछे कि सड़के कब बनेगी, कब सरकारी सोचूल अच्छे होंगे, कब उनके गांव में बिजली पहुंचेगी और कब वो बेफिक्र हो कर अपनी बेटियो को स्कूल भेजेंगे और जब स्कूल भेजेंगे तो वो सुरक्षित घर लौट सकेगी या नहीं.
आखिर कौन है इसका ज़िम्मेदार कौन हैं जो इसका जवाब देंगे लेकिन पहले ये तो फैसला हो कि जनता कब पूछना शुरू करेगी ??
बस एक जनता ही है जिसे मालूम नही कि क्या करना है और किधर जाना है,
कभी एक पोलिटिकल पार्टी के पीछे तो कभी किसी नेता के पीछे अपना वक़्त बर्बाद कर रही है, क्योंकि उनके पास करने को कुछ है ही नहीं, और जिसे (यानी जनता के प्रतिनिधि नेता) इस बारे में सोचना है वो इन्ही लोगो को अपने आगे पीछे घुमा रहे हैं,
जनता को मालूम ही नहीं है कि इन सब का जवाबदेह कौन है,
किस्से पूछे कि सड़के कब बनेगी, कब सरकारी सोचूल अच्छे होंगे, कब उनके गांव में बिजली पहुंचेगी और कब वो बेफिक्र हो कर अपनी बेटियो को स्कूल भेजेंगे और जब स्कूल भेजेंगे तो वो सुरक्षित घर लौट सकेगी या नहीं.
आखिर कौन है इसका ज़िम्मेदार कौन हैं जो इसका जवाब देंगे लेकिन पहले ये तो फैसला हो कि जनता कब पूछना शुरू करेगी ??

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