दुनिया के ऐसे कई न्यूज़ चैनल्स और मैगज़ीन हैं जो इस बात पर रिसर्च करती है कि दुनिया के ऐसे कितने और कौन लोग हैं जो पूरी दुनिया पर डालते हैं अपने काम से अपनी पहचान से.
फार्च्यून.कॉम (fortune.com) और Forbes जैसे मशहूर मैगज़ीन का नाम तो सुना ही होगा
आपको जानकार हैरानी होगी कि दुनिया के 50 सबसे प्रभावशाली नेता या व्यक्तिविशेष जिसमे हिंदुस्तान के दो बड़े चेहरे का नाम है
1 . अरुंधति भट्टाचार्य (SBI - चेयरमैन)
2 . राज पंजाबी - CEO, Last Mile Health
इसके अलावा किसी भी नेता जैसे हमारे 56 इंची मोदी जी का नाम या किसी बिजनेसमैन जैसे अडानी अम्बानी का नहीं आता है
सोचिए ये लोग सिर्फ देश के अंदर तोड़ जोड़ करने की राजनीती ही कर सकते हैं दुनिया में तो नाम करने की बात ही छोड़ दीजिए
भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है जनसँख्या में नाम पर जहाँ गरीबी, भुखमरी बेरोज़गारी जैसी समस्या बड़े पैमाने पर है अगर हमारे नेताओ के अंदर ये जज़्बा होता कि हमें अपने देश और थोड़ा सा खुदगर्ज़ होकर अपने नाम के लिए काम करते तो आज ऐसे लिस्ट में सिर्फ अपने देश के नेताओ का नाम होता
क्युकी हमारे देश में एक काम अगर अच्छा किया जाए तो उसका असर करोडो की जनसँख्या पर पड़ता है और उसका असर पुरे दुनिया में दीखता है लेकिन ये भारत की बदकिस्मती है कि हमारे नेताओ के अंदर न इतनी इच्छाशक्ति है और न ही नियत है
देश में ऐसे कई मुद्दे हैं जिसमे भारत दुनिया को एक रास्ता दिखा सकता है क्युकी हमारे देश में ऐसे कई नौजवान पढ़े लिखे इंजीनियर वैज्ञानिक हैं जो दिन रात म्हणत करके कई ऐसे रिजल्ट निकालते हैं जो दुनिया को हैरान कर देता है लेकिन अफ़सोस कि बात ये है कि हमारे नेता हिन्दू मुस्लिम की राजनीती में लोगो को भटका रहे हैं लेकिन ऐसे नौजवान नए टैलेंट को मौका ही नहीं देना चाहते और उन्हें उनके किस्मत के भरोसे छोड़ देते हैं.
ऐसे लिस्ट में नाम आना एक बड़े जद्दोजहद और मेहनत की कहानी है जिसे लिखना सबसे बस की बात नहीं है
Rafique Ahmad
source click here:- World's greatest leaders
फार्च्यून.कॉम (fortune.com) और Forbes जैसे मशहूर मैगज़ीन का नाम तो सुना ही होगा
आपको जानकार हैरानी होगी कि दुनिया के 50 सबसे प्रभावशाली नेता या व्यक्तिविशेष जिसमे हिंदुस्तान के दो बड़े चेहरे का नाम है
1 . अरुंधति भट्टाचार्य (SBI - चेयरमैन)
2 . राज पंजाबी - CEO, Last Mile Health
इसके अलावा किसी भी नेता जैसे हमारे 56 इंची मोदी जी का नाम या किसी बिजनेसमैन जैसे अडानी अम्बानी का नहीं आता है
सोचिए ये लोग सिर्फ देश के अंदर तोड़ जोड़ करने की राजनीती ही कर सकते हैं दुनिया में तो नाम करने की बात ही छोड़ दीजिए
भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है जनसँख्या में नाम पर जहाँ गरीबी, भुखमरी बेरोज़गारी जैसी समस्या बड़े पैमाने पर है अगर हमारे नेताओ के अंदर ये जज़्बा होता कि हमें अपने देश और थोड़ा सा खुदगर्ज़ होकर अपने नाम के लिए काम करते तो आज ऐसे लिस्ट में सिर्फ अपने देश के नेताओ का नाम होता
क्युकी हमारे देश में एक काम अगर अच्छा किया जाए तो उसका असर करोडो की जनसँख्या पर पड़ता है और उसका असर पुरे दुनिया में दीखता है लेकिन ये भारत की बदकिस्मती है कि हमारे नेताओ के अंदर न इतनी इच्छाशक्ति है और न ही नियत है
देश में ऐसे कई मुद्दे हैं जिसमे भारत दुनिया को एक रास्ता दिखा सकता है क्युकी हमारे देश में ऐसे कई नौजवान पढ़े लिखे इंजीनियर वैज्ञानिक हैं जो दिन रात म्हणत करके कई ऐसे रिजल्ट निकालते हैं जो दुनिया को हैरान कर देता है लेकिन अफ़सोस कि बात ये है कि हमारे नेता हिन्दू मुस्लिम की राजनीती में लोगो को भटका रहे हैं लेकिन ऐसे नौजवान नए टैलेंट को मौका ही नहीं देना चाहते और उन्हें उनके किस्मत के भरोसे छोड़ देते हैं.
ऐसे लिस्ट में नाम आना एक बड़े जद्दोजहद और मेहनत की कहानी है जिसे लिखना सबसे बस की बात नहीं है
Rafique Ahmad
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