विदेश में रहने वाले सभी देशवासियों से असली देशप्रेम सभी को सिखना चाहिए।
अभी अभी उत्तरप्रदेश के कुछ लोगों से (In Qatar) मिला जो मउ और बहराइच के रहने वाले हैं
विदेश में लगभग 18 साल के उम्र से ही आ गए थे जहाँ से इनके पूरे परिवार का ख़र्च चल रहा है।
कितनो भाइयों ने अपनी तीन तीन बहनो की शादी विदेश में कमा कर की है।
घर भी गए घूमने गये तो ज़्यादातर वक़्त अपने परिवारवालों के साथ ही बिताया फिर वापस विदेश
देखा जाए तो अपने देश के सरकार से बहुत कम ही काम पड़ता है
देश के बारे में पूछा तो कहने लगे
भाईजान देश की याद किसको नहीं आती है
मजबूरी है बिदेश में रहकर कमाना पड़ रहा है।
हमारे यहाँ कपास का काम होता था मोदी जी कहा था कि उस कारोबार को बढ़ावा देंगे लेकिन अभी तक हम लोग इंतज़ार कर रहे हैं।
पहले हमलोग विदेश से कुछ ख़रीद के घर ले जाते थे लेकिन अब कस्टम वाले हमारे ही समान को पकड़ते हैं और पैसे लेते हैं।
लाखनऊ तो हमलोग डर से नहीं जाते
लेकिन फिर भी मैंने कभी अपने देश के बारे में ऐसे ख़याल नहीं आने दिए जिससे नफ़रत हो।
अब्दुल्ला के अब्बू भारतीय सेना में ड्राइवर थे लेकिन यहाँ AC मकैनिक का काम करते हैं।
राकेश के पिताजी का कपास का कारोबार था लेकिन अभी ठीक नहीं है हालत।
बहुत सारी बातें हुई लेकिन एक बार भी मैंने इन दोनो दोस्तों मुँह से कोई ग़लत शब्द नहीं सुनी बल्कि एक आस थी कि एक दिन सब ठीक होगा।
क्या यहाँ हिंदू मुस्लिम को लेकर झगड़ा हुआ कभी?
#*%#* हैं वो लोग जो अपने देश के गंगा जमुना तहजिब को जो हज़ारों सालों से चली आ रही है उसे बर्बाद करने पर तुले हैं ये लोग असली आतंकी हैं देश के अंदर आग लगाते हैं।
यही तो बताना चाहते हैं मोहब्बत के दंगे परिवार इसी बात को दिखाना बताना चाहता है।
तो भाईजान हमें भी शामिल कर लीजिए अपने परिवार में।
स्वागत है मेरे भाई।
#MohabbatKeDange

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