DRDO के सफल कोशिश और अथक मेहनत के बाद से इंडिया के पास भी ये शक्ति है कि वो अंतरिक्ष में सेटेलाइट को मार गिरा सकती है
उड़ीसा के कॉस्ट अब्दुल कलम आइलैंड से लांच किया गया था
चौथा देश है जो सेटेलाइट को शूट आउट कर सकता है डिस्ट्रॉय कर सकते हैं
टोटल मलबा 740000 के करीब है
29000 PER HOUR के हिसाब से हिट किया जो कि खुद में बड़ी बात है जो गलती से किसी और के सेटेलाइट को भी लग सकता था
DRDO ने वाकई ने बहुत बड़ी कामयाबी हासिल किया
सरकार ने भी रिस्क उठाया और अपने साइंटिस्ट ने आउटस्टैंडिंग काम किया है भारत दुनिया का चौथा देश था.. मीडिया और एनालिस्ट ये बताया कि ये माइक्रो सैटेलाइट को ख़त्म किया गया है जोपोलिटिकल समीकरण 2007 जनवरी में चीन अपने ही सेटेलाइट जो वेअथेर के बारे में बताता है उसे बर्बाद कर दिया और पूरी दुनिया इसकी निंदा की चीन को काफी झेलना पड़ा चुकी मलबा फ़ैल गया था और इसके अलावा अमेरिका भी डर गया और फिर उसने भी वही काम किया तो पूरी दुनिया ने कुछ नहीं बोला दोगलेपन की बात फिर 2010 में भी चीन ने ऐसा किया और फिर पूरी दुनिया में हंगामा मचा था.. सोचिए अब देश में जितने बड़े बड़े इंस्टीटूशन्स हैं वो कब के और किसने बनवाए.. देश के ऐसे 5000 साइंटिस्ट कब और किनके कोशिश से बने?? #RafiqueAhmad
सरकार ने भी रिस्क उठाया और अपने साइंटिस्ट ने आउटस्टैंडिंग काम किया है भारत दुनिया का चौथा देश था.. मीडिया और एनालिस्ट ये बताया कि ये माइक्रो सैटेलाइट को ख़त्म किया गया है जोपोलिटिकल समीकरण 2007 जनवरी में चीन अपने ही सेटेलाइट जो वेअथेर के बारे में बताता है उसे बर्बाद कर दिया और पूरी दुनिया इसकी निंदा की चीन को काफी झेलना पड़ा चुकी मलबा फ़ैल गया था और इसके अलावा अमेरिका भी डर गया और फिर उसने भी वही काम किया तो पूरी दुनिया ने कुछ नहीं बोला दोगलेपन की बात फिर 2010 में भी चीन ने ऐसा किया और फिर पूरी दुनिया में हंगामा मचा था.. सोचिए अब देश में जितने बड़े बड़े इंस्टीटूशन्स हैं वो कब के और किसने बनवाए.. देश के ऐसे 5000 साइंटिस्ट कब और किनके कोशिश से बने?? #RafiqueAhmad
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