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Monday, August 8, 2016

सोच


इसमें कोई दो राय नहीं कि आपके ‪#‎जीवन‬ पर सबसे बड़ा असर आपके ‪#‎पारिवारिक‬‪#‎पृष्टभूमि‬ का होता है जहाँ आपकी ‪#‎परवरिश‬ हुई है.
ये वो असर होता है जो आजीवन आपके साथ रहता है बाकी कि आदते आपके ‪#‎सोचने‬समझने और ‪#‎संगत‬ से मिलता है.....
वरना जो ‪#‎साधु‬ ‪#‎साध्वी‬ ‪#‎आज़म‬ जैसे लोग जीवन भर किसी ‪#‎मठ‬ या ‪#‎मदरसा‬ में ‪#‎धर्म‬ कि बात पढ़ा हो वो कैसे आग लगा सकता है?? आखिर कमी कहाँ रह गयी उनके #परवरिश या‪#‎पाठ्यक्रम‬ में ??
जैसी संगत वैसी हरकत क्या कहते हैं?

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